
भूगोल
- प्रसिद्द यूनानी विद्वान इरैटोस्थनीज को भूगोल का पिता कहा जाता है ।
- इरैटोस्थनीज ने भूगोल के लिए प्रथम बार जियोग्रेफिका शब्द का प्रयोग किया ।
- भूगोल को मुख्य रूप से दो भागों में बांटा जाता है भौतिक भूगोल एवं मानव भूगोल के रूप में।
ब्रह्माण्ड
- हम अपने धरती पर से ऊपर जो भी देखते है जैसे सूर्य, चंद्रमा,तारे, उल्कापिंड आदि इसे ही ब्रह्माण्ड कहते है।
- ब्रह्माण्ड की उत्पति के संदर्भ में तीन सिद्धांतों का प्रतिपादन किया गया है।
- सतत् सृष्टि सिद्धांत जिसका प्रतिपादन थॉमस गोल्ड एवं हरमन बौंडी द्वारा किया गया था।
- दोलन सिद्धांत जिसका प्रतिपादन डॉ एलेन सन्देज द्वारा किया गया था।
- महाविस्फोट सिद्धांत जिसका प्रतिपादन जॉर्ज लेमैत्रे द्वारा किया गया था।
सौरमंडल
- हर सौरमंडल में एक सूर्य तथा अन्य ग्रह होते है।
- तारों के ऐसे समूह जो धुंधला सा दिखाई देता है मंदाकिनी कहलाता है।
- हमारी पृथ्वी की भी अपनी मंदाकिनी है जिसे दुग्धमेखला यानि मिल्कीवे कहते है।
- अबतक ज्ञात इस मंदाकिनी का 80 प्रतिशत भाग सर्पिला है।
- अब तक का नवीनतम ज्ञात मंदाकिनी ड्वार्फ है।
- हमारे सौरमंडल के भी केंद्र में सूर्य स्थित है।
सूर्य
- सूर्य की अनुमानित उम्र लगभग 5 अरब वर्ष है।
- सूर्य का व्यास 1391016 किलोमीटर है।
- सूर्य का व्यास पृथ्वी के व्यास से 109 गुना अधिक है।
- सूर्य 250 किलोमीटर प्रति सेकण्ड की औसत गति से एक गोलाकार कक्ष में मंदाकिनी के केंद्र के चारों ओर परिक्रमा करता है। जिसे पूरा करने में 25 करोड़ वर्ष का समय लगता है।इस समय को ब्रह्माण्ड वर्ष कहा जाता है।
- सूर्य से पृथ्वी की 15 करोड़ किलोमीटर है।
- सूर्य से पृथ्वी पर प्रकाश पहुंचने में 8 मिनट 20 सेकण्ड का समय लगता है।
- सूर्य के रासायनिक संघठन में हाइड्रोजन, हीलियम, लीथियम, यूरेनियम तथा अन्य भारी तत्व है। इसमें हाइड्रोजन 71 प्रतिशत, हीलियम 27 प्रतिशत एवं अन्य तत्व 2 प्रतिशत है।
- नाभिकीय संलयन द्वारा हाइड्रोजन हीलियम में रूपांतरित होता है जो सूर्य की ऊर्जा का स्रोत है।
- सूर्य के केन्द्रीय भाग को क्रोड कहते है। क्रोड का तापमान 15 मीलियन डिग्री सेल्सियस है।
- कोरोना जिसे किरीट कहा जाता है का तापमान 6000 डिग्री सेल्सियस रहता है।
- कोरोना सूर्य का सबसे प्रकाशमय भाग है। कोरोना सिर्फ सूर्यग्रहण के समय दिखाई देता है।
- सूर्य के कोरोना से निकलने वाली प्रोटोन्स की धारा को सौर पवन कहा जाता है।
- पृथ्वी के वायुमंडल में पहुंच कर यहीं सौर पवन वायु के कणों से टकरा कर ध्रुवीय क्षेत्रों में रंगीन प्रकाश उत्पन्न करती है इसी रंगीन प्रकाश को उत्तरी ध्रुव पर अरोरा बोरियोलिस एवं दक्षिणी ध्रुव पर अरोरा आस्ट्रेलिस कहा जाता है।
ग्रह
- तारों की परिक्रमा करने वाले वैसे पिंड जिसका अपना प्रकाश नहीं होता और यह पिंड अपने केन्द्रित तारे के चारो तरफ चक्कर लगाते है एंव उसी तारे के प्रकाश से प्रकाशित होते है ग्रह कहलाते है।
- हमारे सौर मण्डल में सूर्य की परिक्रमा करने वाले कुल आठ ग्रह है।
- सौर मण्डल के आठों ग्रह क्रम के अनुसार बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, अरूण ( यूरेनस), वरूण (नेप्चुन) है।
- पहले हमारे सौर मण्डल में ग्रहों की संख्या नौ थी परंतु 24 अगस्त 2006 को अंतर्राष्ट्रीय खगोल विज्ञानी संघ ने प्लूटो ग्रह का दर्जा खत्म कर दिया गया।
- अब प्लूटो ग्रह को बौने ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है।
बुध
- बुध सूर्य के सबसे नजदीक का ग्रह है।
- यह ग्रह सूर्य की परिक्रमा 88 दिनों में पुरा करता है।
- बुध के पास कोई उपग्रह नहीं है।
- बुध पर वायुमंडल नहीं पाया जाता है।
- वायुमंडल के अनुपस्थिति के कारण बुध पर दिन एवं रात के तापमान में भारी अंतर पाया जाता है।
- बुध पर दिन का तापमान 467 डिग्री सेंटीग्रेड एवं रात का तापमान -180 डिग्री सेंटीग्रेड होता है।
- बुध पर कैलोरिस बेसिन पाया जाता है।
- बुध ग्रह का घनत्व 5.43 ग्राम प्रति घन सेंटीमीटर है जो कि पृथ्वी के लगभग समान है।
शुक्र
- आकार में शुक्र ग्रह हमारी अपनी ग्रह पृथ्वी के सामान है इसलिए शुक्र को पृथ्वी का बहन कहा जाता है।
- शुक्र ग्रह को पृथ्वी का जुड़वाँ बहन भी ठहा जाता है।
- शुक्र पृथ्वी के सबसे निकटतम ग्रह है।
- शुक्र सुर्य से क्रम में दुसरा ग्रह एवं बुध ग्रह के बाद का ग्रह है।
- शुक्र का कोई उपग्रह नहीं है।
- शुक्र का आकार लगभग पृथ्वी के सामान है।
- शुक्र सुर्य का चक्कर लगभग 225 दिन में लगाता है।
- शुक्र अपने अक्ष पर एक चक्कर 243 में पुरा करता है।
- शुक्र को भोर का तारा एवं संध्या का तारा कहा जाता है क्योंकि यह सुबह में पुरब दिशा एवं शाम में पश्चिम दिशा में दिखाई देता है।
- शुक्र अन्य ग्रहों के विपरीत दक्षिणावर्त चक्रण करता है अर्थात यह पुरब से पश्चिम दिशा में चक्कर लगाता है।
- शुक्र को सौन्दर्य का देवता भी कहा जाता है।
- शुक्र सर्वाधिक गर्म ग्रह है एवं सौर ऊर्जा का सर्वाधिक परावर्तन के कारण सबसे चमकीला भी है।
पृथ्वी
- पृथ्वी सूर्य से तीसरा निकटतम ग्रह है।
- आकार की दृष्टि से यह पांचवा सबसे बडा ग्रह है।
- पृथ्वी का लगभग 70 प्रतिशत भाग जल है जिसके कारण इसे नीला ग्रह भी कहा जाता है।
- पृथ्वी सौरमंडल का एकमात्र ग्रह है जिस पर जीवन पाया जाता है।
- सूर्य के बाद पृथ्वी का सबसे निकटतम तारा प्रौक्सिमा सेन्चुरी है।
- पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह चन्द्रमा है।
चन्द्रमा
- चन्द्रमा हमारी पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह है।
- चन्द्रमा को जीवाश्म ग्रह कहा जाता है।
- चन्द्रमा की सतह एवं उसकी आंतरिक स्थिति का अध्यन करने वाली विज्ञान की शाखा को सेलेनोलाँजी कहा जाता है।
- चन्द्रमा पर पाए जाने वाले धूल के मैदान को शांतिसागर कहा जाता है यह हमेशा अंधकार रहता है यह चन्द्रमा का पिछला भाग है।
- चन्द्रमा पर सबसे ऊंचा पर्वत लीबनिट्ज पर्वत पाया जाता है।
- चन्द्रमा हमारी पृथ्वी का चक्कर लगाते रहता है।
- चन्द्रमा पृथ्वी का एक चक्कर 27 दिन 7 घंटे 43 मिनट में पुरा करता है।
- चन्द्रमा अपने अक्ष पर भी 27 दिन 7 घंटे 43 मिनट में पुरा करता है।
- चन्द्रमा का गुरूत्वाकर्षण शक्ति पृथ्वी के गुरूत्वाकर्षण के छठा हिस्सा है।
- चन्द्रमा का व्यास 3476 किलोमीटर है जो पृथ्वी के व्यास का लगभग एक चौथाई है।
- चन्द्रमा की पृथ्वी से औसत दूरी 384400 किलोमीटर है।
- चन्द्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करते हुए एक समय अधिक दूरी पर पहुंच जाता है यह दूरी 406699 किलोमीटर हो जाती है इस स्थिति को अपभू कहते है।
- चन्द्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करते हुए एक समय कम दूरी पर होता है यह दूरी 356399 किलोमीटर रह जाती है इस स्थिति को उपभू कहा जाता है।
- चन्द्रमा का प्रकाशित भाग जब प्रतिदिन बढता जाता है तो यह शुक्ल पक्ष कहलाता है वहीं जब चन्द्रमा का प्रकाशित भाग घटता जाता है तो यह कृष्ण पक्ष कहलाता है।
- चन्द्रमा का पृथ्वी से केवल 59 प्रतिशत भाग ही दिखता है।
मंगल
- मंगल सूर्य से चौथा निकटतम ग्रह है।
- यह पृथ्वी के बाद का ग्रह है।
- मंगल को लाल ग्रह कहा जाता है इसपर आयरन आक्ँसाइड पाया जाता है जिससे यह लाल दिखता है।
- मंगल ग्रह का नाम युद्ध के रोमन देवता के नाम पर रखा गया है।
- मंगल पर भी पृथ्वी के सामान दो ध्रुव भी पाया जाता है।
- मंगल भी पृथ्वी के सामान अपने अक्ष पर 25 डिक्री झुकी हुई है जिससे यहाँ पृथ्वी के सामान ही ऋतू परिवर्तन होता है।
- मंगल सूर्य की परिक्रमा 687 दीन में पुरी करता है।
- मंगल पृथ्वी के ही सामान अपने अक्ष पर 24 घंटे में एक चक्कर पुरा करता है।
- मंगल ग्रह पर सबसे ऊंचा पर्वत निक्स ओलंपिया है जो माउंट एवरेस्ट से तीन गुणा ऊंचा है।
- मंगल ग्रह पर ओलिपस मेसी नाम की ज्वालामुखी पाया जाता है जो सौरमंडल का सबसे बडा ज्वालामुखी है।
- मंगल ग्रह के दो उपग्रह फोबोस एवं डोमोस है, फोबोस भय का एवं डोमोस आतंक का द्योतक है।
वृहस्पति
- वृहस्फति का नामकरण रोमन देवताओं के शासक के नाम पर किया गया है।
- वृहस्पति आकार की दृष्टि से यह सौरमंडल का सबसे बडा ग्रह है।
- वृहस्पति के वायुमंडल में मिथेन, अमोनिया, हाइड्रोजन एवं हीलियम गैसें पाई जाती है।
- वृहस्पति पृथ्वी से 11 गुणा भारी है।
- वृहस्पति ग्रह के पास सौरमंडल में सर्वाधिक उपग्रह पाये जाते है।
- वृहस्पति ग्रह के पास कुल 67 उपग्रह है।
- वृहस्पति का उपग्रह गैनीमेड सौरमंडल में पाया जाने वाला सबसे बडा उपग्रह है।
- वृहस्पति से रेडियो तरंगे प्रसारित होती है।
- वृहस्पति सूर्य का परिक्रमा 12 वर्ष में पुरा करता है एवं अपनी धुरी पर एक चक्र 10 घंटे में पुरा करता है।
शनि
- शनि सौरमंडल का सबसे सुंदर ग्रह है।
- शनि सौरमंडल का दुसरा बडा ग्रह है।
- शनि के पास 63 उपग्रह है।
- शनि का सबसे बडा उपग्रह टाइटन है।
- शनि के चारो तरफ वलय पाया जाता है।
- शनि के चारो तरफ पाये जाने वाले वलय की संख्या 10 है।
- शनि आकाश में पीला दिखता है।
अरूण
- अरूण सूर्य से क्रम में सातवां ग्रह है।
- अरूण आकार में तीसरा सबसे बडा ग्रह है।
- अरूण की खोज विलियम हर्सेल द्वारा 1781 ईस्वी में किया गया है।
- अरूण पर मीथेन गैस अधिक मात्रा में पाया जाता है जिस कारण यह ग्रह हरा रंग का दिखता है।
- अरूण अपने अक्ष पर पूरब से पश्चिम की दिशा में घुमता है।
- अरूण अपने अक्ष पर अधिक झुका हुआ है जिसके कारण इसे लेटा हुआ ग्रह कहते है।
- अरूण का तापमान 18 डिक्री सेन्टीग्रेड है।
- अरूण के चारो तरफ भी वलय पाये जाते है इनकी संख्या 5 है।
- अरूण के चारो तरफ पाये जाने वाला वलयों के नाम अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा एवं इप्सिलाँन है।
- अरूण का सबसे बडा ग्रह टाईटेनिया है।
वरूण
- वरूण ग्रह सौरमंडल में सूर्य से आठवां एवं अन्तिम ग्रह है।
- वरूण की खोज जहाँन गाले द्वारा 1846 ईस्वी में किया गया है।
- वरूण सूर्य से अधिक दूरी के कारण ठंडा है।
- वरूण के चारों तरफ मिथेन का बादल छाया हुआ है जिसके कारण वरूण का रंग भी अरूण के तरह हरा दिखता है।
- वरूण ग्रह को अरूण का जुडवा कहा जाता है।
- वरूण का उपग्रह ट्राइटन चन्द्रमा से भी बडा है जबकि नेयाद उपग्रह सबसे छोटा है।
Physical Geography
